पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कल अपने पद से इस्तीफा दे दिया…उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौंपा, जिसके बाद राज्यपाल ने भी उसे मंजूर कर दिया..
पिछले लंबे समय से प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे की मांग उठ रही थी… प्रेमचंद अग्रवाल ने सदन के अंदर पहाड़ी समाज के लोगों के लिए कुछ ऐसा कह दिया था जिसके बाद सदन से लेकर सड़क तक हंगामा चल रहा था… यही नहीं, लगातार प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर भी उतरे हुए थे.. वहीं अपने उस बयान को लेकर उन्होंने कई बार जरूर खेद जताया था…
वही प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद अब पांच मंत्री पद खाली हो गए हैं… अभी तक धामी सरकार के मंत्रिमंडल में चार मंत्री पद खाली थे, और प्रेमचंद अग्रवाल को मिलाकर अब पांच हो गए हैं..
वहीं अब हर तरफ एक सवाल उठ रहा है, कि क्या इस बार धामी मंत्रिमंडल के खाली पड़े पांचों पदों को भर दिया जाएगा! और लग भी कुछ ऐसा ही रहा है… सूत्रों की माने तो अभी एक और मंत्री का इस्तीफा मांगा जा सकता है इसके बाद कुल मिलाकर 6 मंत्री पद खाली हो जाएंगे और जल्द ही इन सभी को भर दिया जाएगा..
आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का दिल्ली दौरा भी है और इस दौरे में हाई कमान के साथ उनकी महत्वपूर्ण बैठक होने की पूरी उम्मीद है… जिसमें किस तरह से मंत्री पद भरे जाएंगे और किस तरह से यह देखा जाएगा कि किसे मंत्री बनाना है… यह चर्चा हो सकती है..
वही इस बार जो मंत्री पद भरे जाएंगे उनमें जातीय समीकरण के साथ-साथ पहाड़ मैदान दोनों को संतुलित करके भरा जाएगा…
सूत्रों की माने तो जिस तरह से प्रेमचंद अग्रवाल जो कि एक बनिया समाज के साथ-साथ मैदानी क्षेत्र का भी प्रतिनिधित्व करते थे उनके इस्तीफे के बाद किसी ऐसे ही विधायक को जो मैदानी क्षेत्र के होने के साथ-साथ बनिया समाज को भी संतुलित कर सकते हैं उनको धामी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है… कयास लगाए जा रहे हैं कि ऐसे भाजपा के विधायक हरिद्वार क्षेत्र से हो सकते हैं…
इसके साथ ही देहरादून जिले दो विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है तो दूसरी तरफ रुद्रप्रयाग, चमोली और टिहरी से भी किसी एक को मंत्री बनाया जाएगा… वैसे तो मांग उत्तरकाशी क्षेत्र से भी किसी एक विधायक को मंत्री बनाने की उठ रही है लेकिन यह फिलहाल तय नहीं है कि उत्तरकाशी से कोई विधायक मंत्री बनेगा या नहीं…वहीं कुमाऊं क्षेत्र से भी जिसमें मैदान और पहाड़ दोनों शामिल हैं वहां से भी किसी विधायक का मंत्री बनाया जा सकता है…
क्योंकि इस बार यह लगभग तय माना जा रहा है कि धामी सरकार में खाली पड़े मंत्री पदों को भर दिया जाएगा, ऐसे में कई विधायक इस जुगाड़ में लग गए हैं कि किसी तरह से उनका नंबर लग जाए… इसके लिए लगातार हाई कमान से लेकर पार्टी के शीर्ष नेताओं से भी मुलाकात के दौर शुरू हो गए हैं…
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